Refrence: तुरीयावस्था
शव्द: तुरीयावस्था
अर्थ: तुरीयावस्था योग या अध्यात्म की अन्तिम उपलब्धि है जो समाधि के पश्चात् की अवस्था होती है जिसमें बिना ध्यान साधना के ही स्थिति ध्यान समाधि जैसी बराबर ही बनी रहती है। ऐसे सिद्ध पुरुष ही समाज में महापुरुष या सिद्ध पुरुष कहलाते हैं। इस अवस्था तक पहुँच जाने वाले सिद्ध पुरुष साधनाओं से ऊपर हो जाते हैं जिन्हे किसी भी प्रकार के साधना की आवश्यकता ही नहीं पड़ती है। इस अवस्था वाला सिद्ध पुरुष समाज में गिरता ही नहीं, अपितु समाज का जरा सा भी असर अर्थात् कोई प्रभाव ऐसे सिद्ध महापुरुषों पर छूता तक नहीं है। ये ही समाज की भाषा में निर्विकारी, निर्विचारी, निर्विकल्प वाले सिद्ध महापुरुष आदि आदि उपाधियों से उच्चारित होते हैं। ऐसे सिद्ध महापुरुष आत्मानन्द या चिदानन्द या ब्रहमानन्द या दिव्यानन्द में इतने डूबे रहते हैं कि सब कुछ ही ब्रह्ममय या आत्मामय या ईश्वरमय ही दिखलायी देता है।