Refrence: वीरासन

शव्द: वीरासन

अर्थ: वीर पुरुषों जैसा उत्तान सीना अथवा उभरा हुआ सीना जैसा आसन होने के कारण ही यह ‘वीरासन’ नाम से जाना और कहा-सुना जाता है। वीरासन शेर जैसा बैठने वाला आसन होता है, इसके अन्तर्गत दोनों पैरों को दोनों जंघाओं (अपने-अपने) के नीचे करके उभरा हुआ सीना तथा गर्दन और ललाट सीधा थोड़ा तना हुआ बहादुर जैसा बैठने वाला विधान ही आता है। वीरासन यदि भोजन के पश्चात् किया जाय, तो पेट सम्बन्धी गड़बड़ी तो होता ही नहीं, यदि पहले से होगा भी तो दूर होते देर नहीं लगेगा। इस देर से तात्पर्य घण्टा मिनट से नहीं, अपितु निकला हुआ पेट भी पचककर सीना उभरने लगता है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व को बहादुरी में परिवर्तित किये बिना नहीं छोड़ता। मर्दानगी वीरासन में ही झलकती है।