Refrence: सत्संग

शव्द: सत्संग

अर्थ: सत्संग को दूसरे शब्दों में यह भी रूप दिया जा सकता है – कि भगवान-खुदा-गॉड की यथार्थत: जानकारी प्रत्यक्षत: दर्शन, स्पष्टत: बात-चीत करता-कराता हुआ पहचान तत्पश्चात उसका सम्पर्क कराकर उस भगवान-खुदा-गॉड से सम्बन्ध को जोड़-स्थापित करता हुआ एकमात्र उसी के सहारे उसी के शरणागत रहता हुआ अपने को पूर्णत: सर्वतो भावेन उसी के प्रति समर्पित-शरणागत कराने वाली सारी जानकारी ही सत्संग है ।