Refrence: स्वाध्याय
शव्द: स्वाध्याय
अर्थ: ‘स्वाध्याय’ का तात्पर्य ‘स्व’ मात्र के अध्ययन (मनन-चिन्तन)से है।स्वाध्याय के अन्तर्गत मनन-चिन्तन, निदिध्यासन आदि आता है। मनन-चिन्तन निदिध्यासन आदि विचार कि ही एक प्रक्रिया है इसके अन्तर्गत विचारक बन्धुगण शान्त एकांत स्थान में बैठकर अपने चित्त की वृत्तियों को विचार या चिन्तन के माध्यम से बाह्य क्रिया-कलापों से खींच कर अन्तः करण में विचार-मन्थन किया करते हैं कि ‘हम’ क्या हैं? कहाँ से आये हैं? कैसे-कैसे आये हैं ? क्यों आये हैं ? क्या कर रहे हैं ? क्या करना चाहिये ? क्या हम यह शरीर हैं ? आदि आदि विषय-बातों को लेकर जो मनन-चिन्तन किया जाता है, वही स्वाध्याय है।