Refrence: अस्तेय

शव्द: अस्तेय

अर्थ: अस्तेय का अर्थ है चोरी न करना। चोरी न करने हेतु सर्वप्रथम यह देखना पड़ेगा कि चोरी क्या है? तो देखने, जानने में आता है कि किसी के भी सम्पत्ति को बिना उसको जनाये या बिना उसके जाने उठा या ले लेना तथा अपना बनाकर छिपे रूप में उपभोग करना ही चोरी होता है। चोरी करना सामाजिक रूप से घृणित कर्म है ।