Refrence: यम

शव्द: यम

अर्थ: अष्टांग योग के अन्तर्गत यम पहला अंग या योग कि आठ सीढ़ियों में यम पहली सीढ़ी है, जिसका सीधा सम्बन्ध स्वभाव से होता है अर्थात् यम कोई क्रिया-विशेष नहीं होता है, बल्कि भाव को असत्य से हटाकर या खींचकर सत्य से युक्त करके सत्यमय बनाना, हिंसा से हटा या खींचकर अहिंसक बनाना, साम्पत्तिक दृष्टि, उसमें भी चोरी, लूट, डकैती, अपहरण, राहजनी आदि से हटा कर या खींचकर ईमानदार बनाना, वासना तथा ममता एवं आसक्ति से हटाकर या खींचकर ब्रह्मचर्य (स्त्री प्रसंग या स्त्री चिंतन से दूर) तथा (परमब्रह्म को जान, पहचान कर ब्रह्ममय आचरण) बनाना तथा परिग्रह (सम्पत्ति संग्रह) से हटाकर या खींचकर अपरिग्रही (सम्पत्ति त्यागी) बनाना आदि यम के अन्तर्गत अथवा यम के द्वारा ही होता है